- सुभाष श्रीवास्तव
रायपुर (News27)23.02.2024 । हजारे टके का सवाल है? केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को आगामी केन्द्र सरकार में डिप्टी पीएम के रूप देखना क्या वास्तव में राजनीतिक पंडितों, जानकारों और विशेलेषकों का आंकलन कहीं उनकी जल्दबाजी तो नहीं ? विशेषलक देश स्तर पर व्यापक आंकलन करते समय देश और देश की जनता के मूड का आंकलन जरूर करते होंगे और करना भी चाहिए क्योंकि जमीन स्तर पर इसका प्रभाव कितना पड़ेगा यह विषय गंभीर है। जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव की तारीखें करीब आते जा रही है। चुनावी बहस की गर्मी भी बढ़ते जा रही है । राजनीति दलों की तैयारियों और सबसे आगे देश और देश की जनता के तैयार रहने को लेकर भारतीय निर्वाचन आयोग सजग है, इसलिए चुनाव आयोग बैठकें कर चुनाव तारीख की घोषणा की तैयारियों में लगा है। उम्मीद जताई जा रही है कि इलेक्शन कमीशन द्वारा फरवरी के अंतिम सप्ताह या मार्च के पहले हफ्ते में तारीखों का ऐलान हो सकता है। माना जा रहा है कि 2024 का लोकसभा चुनाव 7 चरणों में हो सकते हैं। इसकी संभावना इसलिए भी जताई जा रही है क्योंकि 2019 में भी 7 चरणों में ही चुनाव हुए थे। हालंकि इलेक्शन कमीशन द्वारा अभी अंतरिम घोषणा किया जाना है।
आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा और एनडीए चार सौ सीट जीतने के मूड में है। हो भी क्यों ना जब उनके झोली में धारा 370 से लेकर राममंदिर जैसा बड़ा मुद्दा जब हो। वहीं इसके विपरीत इंडिया गठबंधन की टूटी तार में चुनावी जीत का संगीत धूमिल है, हालंकि विपक्ष की कोशिश बदस्तूर है और होगी भी, फिर भी एक सर्वेक्षण के मुताबिक बयार फिलहाल भाजपा और एनडीए के पक्ष में बहते दिख रही है। लाेकसभा चुनाव में अहम भूमिका राजनीतिक पंडितों के मुताबिक केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह का है। विशेलेषक उन्हें राजनीति का चाणक्य भी कहते हैं। यदि भाजपा और एनडीए चार सौ की सीट के आंकड़े छू लेता है, तब समझिए की राजनीति के इस चाणक्य के राजनीतिक ग्राफ उच्च स्तर पर जाएगा ही, खास यह कि भारत के विभिन्न राज्यों में होने वाले लोकसभा चुनाव के दौरान कुछ राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को एक साथ करने की चुनौती है, वहीं आगामी समय में जम्मू एंड काश्मीर में होने वाले चुनाव की सफलता पर यदि चार चांद लग गया, तब कोई दो मत नहीं कि इसका श्रेय नरेन्द्र मोदी के खास माने जाने वाले चाणक्य नीतिज्ञ अमित शाह को ही जाएगा। इने आंकलनों को देखा जाये तो कहीं ना कहीं यह लगता है कि केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को आगामी केन्द्र सरकार में डिप्टी पीएम के रूप में यदि राजनीतिक पंड़ित, विशेलेषक देखते हैं तो इसमें कोई अतिश्याक्ति नहीं है ? रहीं बात जानकारों के इस राजनीतिक भविष्यवाणी का तो चुनाव पूर्व अनुमान और एग्जिट पोल की परम्परा आजकल सहज चलन में शामिल है।
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