तालाब से जलकुंभी हटाये जा रहें ,साफ -सफाई शुरू
जशपुर नगर। जिला मुख्यालय में सौंदर्य को उभारने में तालाबों का अहम योगदान हैं। यहां बीच शहर में देउलबंध के अलावा नीचे बड़ा तालाब है । तालाबों के अस्तित्व को बचाने के लिए साफ -सफाई का कार्य किया जाता है। देउलबंध तालाब में विभिन्न धार्मिक कार्य होते हैं इसके अलावा वही मूर्तियां विसर्जन भी होती है। दोनों तालाब एक दूसरे से जुड़े हुए हैं ऊपर का पानी नीचे की तरफ आता है। पानी की उपयोगिता एवं स्वच्छता को बनाए रखने के लिए तालाबों की साफ सफाई की जा रही है । प्लास्टिक ,कचरा हटाए गए हैं। गायत्री मंदिर नीचे तालाब की साफ-सफाई जारी है। नीचे तालाब में पानी की जगह पत्ते एवं जलकुंभी दिखाई देते हैं। दो दिनों से जलकुंभी और कमल के पत्ते निकल जा रहे हैं। जिसकी सफाई के लिए सफाई कर्मी भिड़े हैं। बता दें नीचे और देउल बंध तालाब काफी बड़ी क्षेत्र मैं फैला हुआ है ।
कमल के पत्ते एवं जलकुंभी से पटा तालाब
नीचे तालाब में कमल के पत्ते एवं जलकुंभी पट गए है। यहां पानी कम और हरियाली अधिक नजर आती है। जबकि समय-समय पर नगर पालिका के द्वारा तालाबों जलकुंभी एवं कमल के पत्ते को निकले जाते है, लेकिन सफाई के बाद फिर तालाब में पत्तियों का घेराव आ जाता है। अभी दीपावली के बाद छठ पूजा होना है पिछले कुछ सालों से नीचे तालाबों में भी छठ पूजा का आयोजन होता है।त्यौहार के मद्देनजर तालाबो की साफ सफाई की जा रही है। तालाब में जलकुंभी होने की वजह से लोग स्नान के लिए नहीं आते हैं । जलकुंभी ने तालाब को घेर लिया है। उम्मीद हैं तालाब की साफ सफाई के बाद नीचे तालाब में लोग स्नान के लिए आएंगे ।