राजिम।अञ्चल के सक्रिय साहित्यिक संस्था त्रिवेणी संगम साहित्य समिति राजिम नवापारा जिला गरियाबंद के साहित्यकारों ने ब्रह्मलीन शिक्षक एवम साहित्यकार महेंद्र देवांगन “माटी” को उनके द्वितीय पुण्यतिथि के अवसर पर साहित्यिक श्रद्धाञ्जली अर्पित किया, कार्यक्रम का शुभारंभ अध्यक्षता कर रही वरिष्ठ कवियत्री केवरा यदु, “मीरा” ने दीप प्रज्ज्वलित करके एवम माटी जी के तैलचित्र पर पुष्प अर्पित करके किया, इसके पश्चात सभी कवियों ने बारी बारी से पुष्पांजलि अर्पित करके उन्हे भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किया| युवा कवि तुषार शर्मा, नादान ” ने माँ शारदे की वन्दना प्रस्तुत किया, तत्पश्चात माटी जी के जीवन वृत्त पर चर्चा करते हुए साहित्यकार श्रवण कुमार साहू, “प्रखर” ने कहा कि महेंद्र देवांगन माटी जी बेहद ही खुश मिजाज व्यक्तित्व के व्यक्ति थे, जिनका प्रभाव उनके लेखनी पर स्पष्ट रूप से देखने को मिलता था, समिति अध्यक्ष मकसूदन साहू, “बरीवाला” ने कहा कि माटी जी सचमुच में माटी से जुड़े साहित्यकार थे, पुरखा के सुरता उनकी बहुत ही ख्याति प्राप्त कृति था,मोहन लाल माणिकपन ने कहा कि हर व्यक्ति को माटी के चरित्र से प्रेरणा लेनी चाहिए,कार्यक्रम संयोजक प्रिया देवांगन “प्रियु” ने अपने पिता की स्मृतियों को याद करते हुए कहा कि पिता जी एक आदर्श पुत्र, आदर्श पति, और आदर्श पिता होने के साथ साथ वे आदर्श शिक्षक भी थे, जिन्होंने अपने जीवन में अनुशाशन को हमेशा महत्व दिया| इस कार्यक्रम मे उपस्थित साहित्यकार किशोर कुमार निर्मलकर, रोहित माधुर्य, डॉ रमेश सोंनसायटी, संतोष साहू,” प्रकृति “भारत साहू,” प्रभु “केवरा यदु, युगल किशोर साहू,”जिज्ञासु एवम गजल के फनकार् रामेश्वर” रंगीला “ने अपनी अपनी उत्कृष्ट रचनाओं के माध्यम से माटी जी को याद करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किया, आभार प्रदर्शन, महेंद्र देवांगन,” माटी ” जी की सुपुत्री प्रिया देवांगन,”प्रियु “ने किया|

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