कोतबा/जशपुर (News27)16.02.2024 । छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में पहली बार कोतबा चौकी क्षेत्र के ग्राम पंचायत रोकबहार में हिन्दू, मुस्लिम और ईसाई समाज के लोगों ने मिलकर मां सरस्वती पूजन का आयोजन किया है। यह पहला अवसर होगा कि सभी समुदायों ने एक साथ मिलकर सनातन धर्म के इष्ट की पूजा कार्य सम्पन्न किया हो। इस अनूठे आयोजन की चर्चा भी हो रही है और सर्वधर्म सदभाव की प्रंशंसा भी, जिसमें बढ़-चढ़कर ग्रामवासियों ने भी भाग लिया।बसंत पंचमी हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है। इस पर्व को बहुत ही खास तरीके से मनाया जाता है, इस दिन विद्या की देवी सरस्वती मां की पूजा करने की परंपरा है। पूरे देश में इस दिन मां सरस्वती की पूजा होती है। यज्ञाचार्य सनत राम वैष्णव ने बताया कि 13 फरवरी 2024 को कलशयात्रा के साथ पूजा अनुष्ठान कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया है।19 फरवरी तक आयोजित विभिन्न आयोजनों में समिति द्वारा धार्मिक कार्यक्रम के साथ पूजन के साथ साथ विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन भी किया जा रहा है, जिसमें कब्बड्डी प्रतियोगिता के लिए प्रथम पुरस्कार 10 हजार रुपये व द्वितीय पुरस्कार 5 हजार जबकि तृतीय 3 हजार और चतुर्थ 1 हजार निर्धारित किया गया हैं। शेख जमाल,शेख अरमान ने बताया कि पहली बार हो रहें इस अनुष्ठान को लेकर पूरा गांव भक्तिमय माहौल में समा गया है। दरअसल पिछले कुछ वर्षों में ग्राम पंचायत रोकबहार में हिन्दूओं की सघन आबादी के साथ मुस्लिम व ईसाई समाज की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। जिस पर सभी ने एकता और सौहार्दता का भाव प्रदर्शित करते हुए सभी के तीज त्यौहारों को मिलकर मनाने के निर्णय के साथ आने वाले वर्षों में बड़े स्तर पर बड़ी धूमधाम से सभी उत्सव को उत्साह पूर्वक मनाये जाना है। खास बात यह कि इस दौरान सात दिनों तक शराब, मांस का सेवन पर पाबंदी अथवा जुर्माना लगाने पर सर्वसहमति निर्णय भी जनमानस ने लिया है।
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