
जशपुर ।जिले के बगीचा ब्लॉक से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर, प्राकृतिक वादियों के बीच स्थित है दनगिरी जलप्रपात, जो अपने मनोरम दृश्य और गिरते पानी की ऊँचाई के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ पानी करीब 100 फीट की ऊँचाई से गिरता है, जो हर किसी को मंत्रमुग्ध कर देता है। यह जलप्रपात साल के 12 महीने पानी गिराता है, लेकिन बरसात के मौसम में जलस्तर बढ़ने के कारण इसका दृश्य और भी भव्य हो जाता है। छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड ने इसे अपनी सूची में शामिल किया है। यहाँ पर्यटक जलप्रपात देखने के साथ ही पिकनिक मनाने भी आते हैं।
दनगिरी जलप्रपात के चारों ओर फैली हरियाली और घाटियाँ पर्यटकों और प्रकृति प्रेमियों को खासा आकर्षित करती हैं। यहाँ का शांत वातावरण और प्राकृतिक सौंदर्य शहर की भागदौड़ से दूर जाकर सुकून पाने का अवसर देता है। पर्यटक यहाँ फोटोग्राफी, पिकनिक और छोटे ट्रैकिंग के लिए आते हैं।
कश्मीर ,हिमाचल जैसा नजारा

प्राकृतिक सुन्दर और हरियाली और वादियों और निवासरत ग्रामीणों को उपर से देखने पर यहां का नजारा कश्मीर हिमाचल जैसा नजर आता है। आदिवासी अंचल और ग्रामीण परिवेश दरिश्य मन् को मोह लेता है।
उची पहाड़ियों एवेंचर रोड और रोमांच का सफऱ
बारिश के दिनों मे कच्ची सड़को के बीच यहां पहुंचना किसी साहस से कम नही है। जलप्रपात तक पहुँचने का मार्ग जोखिम भरा है। यह मार्ग न केवल साहसिक यात्रियों को रोमांच प्रदान करता है, बल्कि पूरी यात्रा को आनंदमय बना देता है। , फिलहाल यह मार्ग कच्ची सड़क है और बरसात के दिनों में पहुँचने में कठिनाई होती है। यह चुनौती यात्रियों के लिए थोड़ी परेशानी का कारण तो बनती है, लेकिन दृश्यों की सुंदरता इस चुनौती को भुला देती है।
अन्य राज्यों से आ रहें पर्यटक
दनगिरी जलप्रपात को देखने के लिये छत्तीसगढ़ के आलावा अन्य राज्यों से पर्यटक आ रहें है। खास बात यह है कि मुख्य मंत्री विष्णु देव साय जलप्रपात तक पहुँचने वाली सड़क को जल्द ही पक्का करने की योजना बनाई है। इससे आने वाले समय में पर्यटकों के लिए यहाँ पहुँचना और सुविधाजनक हो जाएगा।
दनगिरी जलप्रपात न केवल पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है, बल्कि यहाँ आने से स्थानीय पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। ग्रामीण इलाकों में पर्यटन के विकास से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।

