पोला पर्व छत्तीसगढ़ के लोक जीवन में कृषि संस्कृति से गहराई से जुड़ा है : विधानसभा उपाध्यक्ष मंडावी

by।शिवचरण सिन्हा

छत्तीसगढ़ विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज सिंह मंडावी

रायपुर 27 अगस्त 2022।छत्तीसगढ़ विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज सिंह मंडावी ने कहा है कि भाद्रपद मास की अमावस्या तिथि को मनाया जाने वाले पोला त्यौहार की प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। श्री मंडावी ने कहा कि, पारंपरिक पर्व पोला, खरीफ फसल के द्वितीय चरण का कार्य पूरा हो जाने व फसलों के बढ़ने की खुशी में मनाया जाता है। इस दिन किसानों द्वारा बैलों की पूजन कर कृतज्ञता दर्शाते हुए प्रेम भाव अर्पित किया जाता है। क्योंकि बैलों के सहयोग से ही खेती कार्य किया जाता है। वही पोला पर्व की पूर्व रात्रि को गर्भ पूजन किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इसी दिन अन्न माता गर्भ धारण करती है। अर्थात धान के पौधों में दूध भरता है। इसी कारण पोला के दिन किसी को भी खेतों में जाने की अनुमति नहीं होती । प्रतिष्ठित सभी देवी देवताओं के पास जाकर विशेष पूजा-आराधना करते हैं। किसान गौमाता और बैलों को स्नान कराकर श्रृंगार करते हैं सींग और खुर यानी पैरों में माहुर, लगाएंगे, गले में घुंघरू, घंटी कौड़ी के आभूषण पहनाकर पूजा करते है। यहां पर पर्व छत्तीसगढ़ के लोक जीवन में कृषि संस्कृति से गहराई से जुड़ा है कृषि कार्य एवं श्रम पर आधारित यह पर्व अच्छी फसल की कामना का संदेश लेकर आता है, मैं इस अवसर पर छत्तीसगढ़ प्रदेश वासियों के जीवन में सुख, समृद्धि, एवं खुशहाली की कामना करता हूं।

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