फर्जी कंपनी ‘C Bulls Global Solution’ ने 6 करोड़ की ठगी

मास्टरमाइंड समेत तीन आरोपी झारखंड से गिरफ्तार

बैंक व इंडसइंड बैंक के चेक गारंटी में दिखाकर लोगों का भरोसा बढ़ाया

जशपुर । 6 करोड़ की ठगी करने वाली फर्जी कंपनी C Bulls Global Solution के मास्टरमाइंड समेत तीन आरोपियों को झारखंड से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ग्रामीणों को कृषि और ट्रेडिंग व्यवसाय में निवेश के बदले प्रतिदिन 1% ब्याज तथा दस महीनों में रकम तीन गुना करने का लालच देकर करीब 6 करोड़ रुपये की ठगी कर रहे थे।

यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के निर्देशन में चलाए गए ऑपरेशन अंकुश के तहत की गई। आरोपियों में कंपनी का स्वयंभू एमडी मोहम्मद सिराज आलम, सहयोगी इमरान खान और मार्केटिंग एजेंट संतोष कुमार साव शामिल हैं। इन्हें बोकारो और रांची से गिरफ्तार कर जशपुर लाया गया है। पुलिस ने इनके पास से मोबाइल, लैपटॉप, बैंक दस्तावेज, आधार–पैन समेत कई डिजिटल साक्ष्य जब्त किए हैं।

ठगी की शुरुआत हॉटल मान्या से

मामले की रिपोर्ट 17 अक्टूबर 2025 को थाना पत्थलगांव में दर्ज हुई थी। प्रार्थी जागेश्वर लाल यादव ने शिकायत दी कि 2023 में संतोष कुमार साव ने ग्रामीणों को निवेश योजना बताने के बहाने होटल मान्या में बुलाया। आरोपियों ने C Bulls Global Solution को कृषि आधारित कंपनी बताते हुए भारी मुनाफे का लालच दिया। शुरुआती महीनों में ब्याज भुगतान कर भरोसा जीतने के बाद सभी ने निवेश बढ़ा दिया।

इसके बाद कंपनी का एमडी बताकर मोहम्मद सिराज आलम मीटिंग करने आया और स्वयं को अनुभवी ट्रेडर बताते हुए निवेशकों को प्रतिदिन 1% ब्याज तथा 10 महीनों में रकम तिगुनी करने की स्कीम दी। फेडरल बैंक व इंडसइंड बैंक के चेक गारंटी के रूप में देकर लोगों का भरोसा और बढ़ा।

ब्याज बंद होते ही खुला खेल

कुछ महीनों बाद ब्याज आना बंद हुआ तो ग्रामीणों ने संतोष साव और सिराज आलम से संपर्क किया। आरोपियों ने पहले बहाने बनाए, फिर मोबाइल बंद कर फरार हो गए। बाद में इन्हीं दस्तावेजों का उपयोग कर लोगों को झांसा देकर “C Bulls Sahayog Nidhi” और “C Bulls Real Estate” जैसी नई फर्जी कंपनियों में डायरेक्टर और मेंबर बनाने का प्रयास भी किया गया।

जांच में पता चला कि यह संपूर्ण स्कीम पोन्ज़ी मॉडल पर आधारित थी, जिसमें पुराने निवेशकों को नए निवेशकों की रकम से भुगतान किया जा रहा था। कोई वास्तविक व्यापार या आय स्रोत मौजूद नहीं था।

पुलिस की टेक्निकल टीम ने पकड़ा सुराग

FIR दर्ज होने के बाद पुलिस ने हरिशरण देवांगन और संतोष कुमार साहू को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। मुख्य आरोपी फरार थे, जिनकी लोकेशन पुलिस की टेक्निकल टीम ने ट्रेस की। इसके बाद अलग-अलग स्थानों पर दबिश देकर तीनों फरार आरोपियों को पकड़ लिया गया।

एसएसपी शशि मोहन सिंह ने कहा कि आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेजा जा रहा है और आगे की जांच जारी है।

Back To Top