मुंडा समाज ने बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर विशेष आरक्षण की मांग

‘जनजातीय गौरव दिवस’ बिरसा मुंडा जयंती के रूप में मना

जशपुर नगर। मुंडा समाज ने धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाई। समाजजन भागलपुर चोंगो बस्ती से रैली निकालकर बिरसा मुंडा चौक पहुंचे, जहां भगवान बिरसा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। पूजा-अर्चना के साथ उनके जीवन संघर्षों को भी याद किया गया।

विशेष आरक्षण की मांग उठी

कार्यक्रम में समाज के प्रतिनिधि अशोक नागवार ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा आदिवासी समाज के गौरव हैं, जिनके बलिदान और संघर्ष ने पूरे समुदाय को पहचान और अधिकार दिलाए। उन्होंने कहा कि मुंडा समाज मुख्यतः जशपुर और सरगुजा संभाग में सीमित है, जहां अब भी अपेक्षित विकास नहीं हो पाया है।

उन्होंने मांग उठाई “जिस प्रकार जशपुर जिले के पहाड़ी कोरवा समुदाय को विशेष आरक्षण का लाभ प्राप्त है, उसी तर्ज पर मुंडा समाज को भी विशेष आरक्षण दिया जाना चाहिए।”
अशोक नागवार ने कहा कि समाज की सामाजिक-आर्थिक स्थिति सुधारने और युवाओं को अवसर देने के लिए विशेष आरक्षण अत्यंत आवश्यक है।

शासन के प्रति आभार

अशोक नागवार ने बताया कि भगवान बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर 1875 को झारखंड के खूंटी जिले के उलीहातु गाँव में हुआ था। उन्होंने ब्रिटिश शासन और स्थानीय जमींदारों के अत्याचार के विरुद्ध अदम्य साहस के साथ संघर्ष किया।

उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा बिरसा मुंडा के जन्म दिवस को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के रूप में मनाया जाना बेहद स्वागतयोग्य निर्णय है। मुंडा समाज ने इस घोषणा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार व्यक्त किया।

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