जनजातीय गौरव दिवस पर आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को किया याद

पामगढ़। जनपद पंचायत पामगढ़ अंतर्गत ग्राम पंचायत ससहा में जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर शनिवार को विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सरपंच कुसुम साहू ने की। इस दिवस पर ग्रामवासियों ने आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद करते हुए उनके अमर योगदान को नमन किया।

सभा की शुरुआत स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने वाले जनजातीय महापुरुषों के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि से हुई। सरपंच कुसुम साहू ने कहा कि आदिवासी समाज ने देश की स्वतंत्रता के लिए जो बलिदान दिए हैं, वे सदैव प्रेरणादायी रहेंगे। ग्राम पंचायत के पदाधिकारियों और ग्रामीणों ने एक स्वर में उनके साहस और संघर्ष को याद किया।

महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा

ग्राम सभा में कृषकों से संबंधित कई अहम बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। खरीफ वर्ष 2025–26 में धान विक्रय के लिए पंजीकृत उन किसानों की सूची का पठन किया गया, जिनका एकीकृत किसान पोर्टल एवं एग्रि-स्टैक डेटा में मेल नहीं है। संबंधित किसानों को जल्द सुधार कराने की सलाह दी गई।

इसके साथ ही आगामी रबी सीजन को ध्यान में रखते हुए कृषि संबंधी योजनाओं और सुविधाओं पर भी विस्तृत जानकारी दी गई

किसानों को उन्नत एवं प्रमाणित किस्मों के बीज उपलब्ध कराए जाने

सहकारी समितियों के माध्यम से उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने,

कम पानी वाली फसलों को बढ़ावा देने हेतु फसल विविधिकरण कार्यक्रम,

रबी फसलों के लिए फसल बीमा कराए जाने की प्रक्रिया और लाभों की जानकारी ग्रामीणों को दी गई।

तकनीकी सहायक पूजा सूर्यवंशी और कृषि विभाग के अन्य कर्मचारियों ने किसानों को योजनाओं का लाभ लेने की अपील की।

ग्राम सभा का संचालन और उपस्थिति

ग्राम सभा का संचालन पंचायत सचिव लखेश्वर यादव ने किया। उन्होंने ग्राम पंचायत में चल रही विकास एवं जनकल्याणकारी योजनाओं की स्थिति, आगामी कार्यों और ग्रामीणों के सुझावों पर भी चर्चा की।

इस अवसर पर जनपद पंचायत पामगढ़ के सभापति जय कुमार साहू, तकनीकी सहायक पूजा सूर्यवंशी, रोजगार सहायक उत्तरा साहू, प्रेमचंद साहू, गजेंद्र साहू, पंचायत प्रतिनिधि अजित श्रीवास, राजेश साहू, आकाश साहू, अगरदास मानिकपुरी समेत बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के अंत में सरपंच कुसुम साहू ने सभी ग्रामीणों का धन्यवाद ज्ञापित किया और जनजातीय गौरव दिवस को समाज के लिए प्रेरणास्रोत बताया।

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