•साल ओढ़ाकर ,गुरु वचन पट्टिका भेंट कर किया सम्मानित
•शिक्षा को प्रथम क्रम में महत्व दें : भावसिंह डाहरे
BY. चैन सिंह गहने
धमतरी। ग्राम और समाज में शिक्षा को लेकर जागरूकता का लगातार प्रसार हो रहा है। इसी कड़ी में कुमारी धारणी कुर्रे ने पूरे क्षेत्र का नाम रोशन करते हुए सीजी यूपीएससी परीक्षा में 11वीं रैंक प्राप्त की है। उनकी इस उल्लेखनीय उपलब्धि से न केवल परिवार बल्कि पूरा समाज गर्वित है। धारणी अब महिला एवं बाल विकास अधिकारी के पद पर अपनी सेवाएँ देंगी, जो उनकी मेहनत, समर्पण और सही दिशा में मिली शिक्षा का परिणाम है।
शिक्षा को प्राथमिकता देने से ही बदलता है भविष्य
इस अवसर पर समाज के वरिष्ठ पदाधिकारी भावसिंह डाहरे ने कहा कि वर्तमान समय में शिक्षा ही वह आधार है, जो हर बच्चे के भविष्य को दिशा देता है। उन्होंने कहा
“माता-पिता का प्रथम दायित्व होना चाहिए कि वे अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। जिन घरों में शिक्षा को सम्मान मिलता है, वहाँ से ही आगे चलकर समाज का नेतृत्व करने वाली प्रतिभाएँ निकलती हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि पढ़े-लिखे युवा, शिक्षक वर्ग और सरकारी कर्मचारी यदि आगे बढ़कर अपनी सामाजिक ज़िम्मेदारी निभाएँ, तो समाज के अनेक होनहार बच्चों को नई ऊँचाइयाँ हासिल करने का अवसर मिल सकता है। आज बहुत से प्रतिभाशाली बच्चे आर्थिक या शैक्षिक मार्गदर्शन के अभाव में पीछे रह जाते हैं, ऐसे में समाज की सामूहिक भूमिका बेहद महत्वपूर्ण हो जाती है।
धारणी की सफलता से युवाओं में उत्साह
धारणी कुर्रे की सफलता से क्षेत्र के युवाओं में विशेष उत्साह देखा गया। ग्रामीण क्षेत्रों की बेटियों के लिए यह उपलब्धि प्रेरणादायक है। धारणी ने अपने कठोर अध्ययन, अनुशासन और सकारात्मक सोच के बल पर यह उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने स्वयं स्वीकार किया कि सीमित संसाधनों के बावजूद यदि लक्ष्य स्पष्ट हो और माता-पिता का सहयोग मिले, तो कोई भी बाधा बड़ी नहीं होती।
उनकी मेहनत यह साबित करती है कि यदि किसी परिवार में शिक्षा को महत्वपूर्ण स्थान दिया जाए, तो वह न केवल उस परिवार बल्कि पूरे समाज को आगे बढ़ाती है।
सामाजिक पदाधिकारियों ने घर पहुँचकर दी बधाई
धारणी कुर्रे की इस सफलता पर समाज के अनेक वरिष्ठ पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने उनके घर पहुँचकर बधाई दी। उनके स्वागत के दौरान एक सादगीपूर्ण लेकिन भावनात्मक वातावरण देखने को मिला। जिला और ब्लॉक स्तर के पदाधिकारियों ने उन्हें साल ओढ़ाकर और गुरु वचन पट्टिका भेंट कर सम्मानित किया। यह सम्मान न केवल उनकी मेहनत का सम्मान है, बल्कि उन सभी माता-पिता के लिए संदेश भी है, जो अपनी बेटियों के भविष्य को संवारने का सपना देखते हैं।
यह रहें मौजूद
सम्मान समारोह में भावसिंह डाहरे, तेजेश्वर कुर्रे, रोहित कुर्रे, राजकुमार टंडन, खिलावन बारले, चोमन जोशी, भागीरथी चंद्रवंशी, हेमराज डाहरे, डी.के. टंडन सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। सभी ने धारणी की सफलता को समाज के लिए प्रेरणा बताते हुए आने वाली पीढ़ियों को शिक्षा के प्रति और अधिक जागरूक करने का संकल्प लिया।धारणी कुर्रे की यह सफलता साबित करती है कि सही दिशा, सही मार्गदर्शन और समर्पण से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। उनकी उपलब्धि समाज के हर उस परिवार के लिए प्रेरणा है, जो अपनी बेटियों को आगे बढ़ते देखना चाहता है।

