अखिल भारतीय वनवासी कल्याण देश-विदेश के आगंतुकों के लिए बनेगा प्रेरणास्थली
जशपुर नगर। अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के संस्थापक वनयोगी बाला साहब देशपांडे की स्मृतियों को संरक्षित करने के उद्देश्य से जशपुर में उनके नाम पर भव्य स्मारक और म्यूजियम निर्माण की तैयारी शुरू हो गई है। उनकी कर्म भूमि जशपुर में लगभग पाँच करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बनने वाला यह स्मारक बाला साहब के जीवन, उनके सामाजिक कार्यों और जनजातीय समाज के उत्थान हेतु किए गए योगदान को प्रदर्शित करेगा।
कल्याण आश्रम के वरिष्ठ पदाधिकारी डॉ. मृगेंद्र सिंह ने बताया कि बाला साहब देशपांडे ने अपने जीवन के 48 वर्ष जशपुर में बिताए। वकालत के दौरान ही उन्होंने जनजातीय समाज के बीच सेवा कार्यों का संकल्प लिया और यहीं से वनवासी कल्याण आश्रम की नींव डाली। उनके बड़े पुत्र मुकुंद राव देशपांडे ने भी आजीवन संगठन की सेवा करते हुए उनके पदचिन्हों पर चलने का कार्य किया।
जनसहयोग से बनेगा स्मारक
निर्माण कार्य को लेकर कल्याण आश्रम ने निर्णय लिया है कि स्मारक पूरी तरह जनसहयोग से बनाया जाएगा। अभियान की शुरुआत स्थानीय कार्यकर्ताओं से की गई है, जबकि राष्ट्रीय महत्व के इस प्रकल्प के लिए देशभर के विभिन्न राज्यों से संगठन के सदस्य उत्साहपूर्वक धन संग्रह में जुटे हुए हैं।
म्यूजियम में बाला साहब से जुड़ी वस्तुएँ, दस्तावेज, उनके जीवन प्रसंग और सामाजिक कार्यों की दस्तावेजी सामग्री प्रदर्शित की जाएगी। कल्याण आश्रम चिकित्सालय के कार्यकर्ता राजकिशोर सिंह ने बताया जशपुर में पहले से ही उनकी स्मृति में भवन, प्रतिमा और उद्यान स्थापित हैं। वहीं, कुनकुरी स्थित शासकीय महाविद्यालय भी उनके नाम से सुशोभित है। जशपुर स्थित कल्याण आश्रम द्वारा संचालित जगदेवराम वनवासी कल्याण आश्रम चिकित्सालय भी लंबे समय से सेवाएँ प्रदान कर रहे हैं। अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेश बापट ने बताया धन संग्रह अभियान 30 नवम्बर तक चलेगा।
एनटीपीसी लारा से मिली बड़ी सहायता
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रयासों से जगदेव राम अखिल भारतीय कल्याण आश्रम धर्माथ चिकित्सालय को एनटीपीसी लारा द्वारा CSR मद से 35.53 करोड़ रुपये की सहायता राशि स्वीकृत की गई है, इस राशि का उपयोग अस्पताल के आधुनिकीकरण और विस्तार के लिए किया जाएगा, जिससे आदिवासी और गरीब वर्ग के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। निर्माण कार्य औपचारिक रूप से शुरू हो चुका है।
पुरानी जमीन पर बनेगी म्यूजियम
बाला साहब का पुराना आवास जशपुर के महापात्रे कॉलोनी में हैं । अब उसी स्थान पर स्मारक और म्यूजियम का निर्माण किया जा सके। उम्मीद है कि तैयार होने के बाद यह स्थल देश-विदेश से आने वाले आगंतुकों के लिए प्रेरणास्थली बनेगा।

