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पटना/रायपुर (News27)12.02.2024 । बरगंडी प्राइवेट, एक्सिस बैंक के प्राइवेट बैंकिंग बिजनेस और हुरुन इंडिया ने ‘2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500’ लॉन्च किया, जो भारत की 500 सबसे मूल्यवान कंपनियों की सूची का तीसरा संस्करण है। इन कंपनियों को उनके मूल्य के अनुसार स्थान दिया गया है, जिसे सूचीबद्ध कंपनियों के लिए बाज़ार पूंजीकरण और गैर-सूचीबद्ध कंपनियों के लिए मूल्यांकन के रूप में परिभाषित किया गया है। इस सूची में कंपनियों को शामिल करने की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर 2023 थी। यह सूची में केवल भारत में मुख्यालय वाली कंपनियों को शामिल किया गया है। इसमेंसरकारी स्वामित्व वाली कंपनियां और विदेशी या भारतीय कंपनियों कीसहायक कंपनियां शामिल नहीं हैं।

‘2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500’ सूची में शामिल होने के लिए, कंपनियों के पास न्यूनतम 6,700 करोड़ रुपये कामूल्य होना आवश्यक है, जो 807 मिलियन अमेरिकी डॉलर के बराबर है। बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 में कंपनियों की औसत परिचालन अवधि38 साल है। 2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 कंपनियों का कुल मूल्य 231 लाख करोड़ रुपये (2.8 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर) है, जो 2021 में प्रकाशित उद्घाटन संस्करण की तुलना में सपाट रहता है। बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी 50 दोनों में साल दर साल 7% की बढ़ोतरी हुई, जबकि एसएंडपी बीएसई 500 पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 9.5% ऊपर रहा।

इस सूची के लॉन्च पर अपनी टिप्पणी में, एक्सिस बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, अमिताभ चौधरी ने कहा:“बरगंडी प्राइवेट को भारत की 500 सबसे अधिक मूल्यांकन वाली कंपनियों की सराहना के लिए हुरुन इंडिया के साथ फिर से साझेदारी करके खुशी हो रही है। रिपोर्ट का तीसरा संस्करण विकास की चुनौतीपूर्ण दुनिया में भारतीय व्यवसायों में निहित लचीलेपन, गतिशीलता और प्रतिस्पर्धी भावना को दर्शाता है। प्रतिकूल परिस्थितियों – जैसे कि राजकोषीय पुनर्गठन जारी रहना, उच्च घरेलू ब्याज दरें, तरलता की दिक्कतें, साथ ही निर्यात धीमा होना- केबावजूदभारत की आर्थिक वृद्धि प्रभावशाली रही है। भारतीय कंपनियां और उनका नेतृत्व आज देश की अद्वितीय स्थिति में उनके योगदान के लिए बहुत प्रशंसा के पात्र हैं। जैसे-जैसे भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है, चाइना प्लस 1, एमएसएमई और ‘भारत’ जैसे उभरते रुझानों का लाभ उठाना महत्वपूर्ण होगा जो देश के लिए विकास के इंजन के रूप में काम करेंगे।

हुरुन इंडिया के प्रबंध निदेशकएवं मुख्य शोधकर्ता अनस रहमान जुनैद ने कहा:

बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 सिर्फ एक सूची नहीं है; यह भारत के आर्थिक पुनर्जागरण का एक ज्वलंत आख्यान है। अपने सामूहिक मूल्यांकन के साथ कुछ प्रमुख देशों के सकल घरेलू उत्पाद को पार करने के साथ, यह सूची भारत के वैश्विक आर्थिक महाशक्ति के रूप में उभरने का उदाहरण देती है। योग्यता सीमा में बढ़ोतरी, देश की बढ़ती वित्तीय मज़बूती को दर्शाता है। कंपनी के बोर्ड में महिलाओं का महत्वपूर्ण प्रतिनिधित्व और पेशेवर सीईओ का नेतृत्व प्रगतिशील, समावेशी कॉर्पोरेट संस्कृति को दर्शाता है। इसके अतिरिक्त, सूची का रोज़गार से जुड़ा प्रभाव, 70 लाख लोग को आजीविका प्रदान करना, एक महत्वपूर्ण सामाजिक-आर्थिक योगदान का संकेत देते हैं। उल्लेखनीय मूल्य वृद्धि दर्ज करने वाली कंपनियों की संख्या में वृद्धि भारतीय बाजार की जीवंत और लचीली प्रकृति का प्रमाण है। यह सूची केवल आंकड़ों के बारे में नहीं है बल्कियह भारत के गतिशील आर्थिक परिदृश्य को प्रतिबिंबित करने वाला दर्पण है, जिसकी मुख्य विशेषता है,नवोन्मेष, विविधता और उत्कृष्टता की निरंतर खोज।”

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