रात्रि में बिजली प्रदाय की सुविधा के साथ लगभग 4.5 लाख मीट्रिक टन कार्बन उत्सर्जन में कमी एवं हरित ऊर्जा को प्रोत्साहन
रायपुर (News27) 09.02.2024 । क्रेडा द्वारा राजनांदगांव में ऑनग्रिड सोलर पावर प्लांट स्थापना का कार्य सोलर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (सेकी) एवं छत्तीसगढ़ पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी को सौंपा गया। कंपनी द्वारा 01 फरवरी 2024 को 960 करोड़ रूपये की लागत की इस संयंत्र का स्थापना कार्य पूर्ण कर कार्यशील किया गया। जिसके तहत सौर ऊर्जा के क्षेत्र में देश का सबसे बड़ा, बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम आधारित सौर ऊर्जा संयंत्र छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में डोंगरगढ़ रोड पर ग्राम ढ़ाबा के आस-पास के 4-5 गांव के पहाड़ी क्षेत्र में स्थापित किया गया है। इसके पैनल के दोनों ओर से प्राप्त सौर ऊर्जा के माध्यम प्रति दिन लगभग 5 लाख यूनिट से अधिक बिजली का निर्माण किया जा रहा है, जिससे हरित उर्जा को प्रोत्साहन मिलने के साथ लगभग 4.5 लाख मीट्रिक टन कार्बन उत्सर्जन में कमी आ रही है । इस प्लांट की प्रमुख विशेषता यह है कि इसमें 660 वॉट क्षमता के कुल 2 लाख 39 हजार बाईफेसियल सोलर पैनल स्थापित किये गये हैं। देश एवं प्रदेश के मॉडल के रूप में उभरे इस सौर ऊर्जा परियोजना के बाद क्रेडा ऐसे दूसरे अन्य परियोजनाओं पर भी कार्य कर रही है। 2016 में शुरू हुए इस प्रोजेक्ट को प्रारंभ में छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में प्रथम सोलर ऊर्जा के रूप में स्थापित किया गया। छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) के द्वारा दो चरणों में सोलर पार्क की स्थापना का कार्य प्रस्तावित किया गया तथा इस हेतु कुल 17 गांव की 626.822 हेक्टेयर शासकीय भूमि की मांग की गई थी जिसमें कुल 09 गांव की 377.423 हेक्टेयर भूमि जिला प्रशासन, राजनांदगांव द्वारा आबंटित की गई। सोलर पार्क स्थापना के प्रथम चरण में 05 गांव के (16 खसरे) कुल 181.206 हेक्टेयर शासकीय भूमि का सर्वे कर आबंटन प्राप्त किया गया, इनमें प्रमुखतः ग्राम ढाबा, कोहका, रेंगाकठेरा, डुंडेरा, अमलीडीह तहसील व डोंगरगांव सम्मिलित थे तथा द्वितीय चरण में 04 गांव के 196-217 हेक्टेयर शासकीय भूमि का सर्वे कर आबंटन प्राप्त किया गया। इनमें प्रमुखतः ग्राम ओडारबंध, गिरगांव, टोलागांव, घुघुवा तहसील डोंगरगांव सम्मिलित थे।
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