सुभाष श्रीवास्तव
रायपुर (News27) 23.03.2024 । अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी वह भी लोकसभा चुनाव से पहले घटित यह घटना राजनीतिक भूचाल ला देने वाला है। केजरीवाल की गिरफ्तारी होते ही विपक्ष एकजुट होकर भाजपा पर हमलावर है। आम आदमी पार्टी दिल्ली में लगातार प्रोटेस्ट कर रही है। आप का कहना है कि केजरीवाल जेल से ही सरकार चलाएंगे, यदि ऐसा हुआ तो लोकतंत्र का यह अनूठा उदाहरण होगा। आम आदमी पार्टी वर्तमान में जनता की सहानुभूति पर निर्भर है। विपक्ष इस कार्यवाही को केंद्र सरकार का टारगेटेट साजिश बता रही हैं। केजरीवाल की गिरफ्तारी से कमजोर इण्डी गठबंधन और कमजोर हुई है। दरअसल केजरीवाल की गिरफ्तारी राजनीति भूचाल ला देने वाला इसलिए भी है क्योंकि आम आदमी पार्टी के आधार स्तंभ हैं केजरीवाल, उनके पार्टी से लोप होते ही पार्टी का अस्तित्व ही खतरे में आ जाएगा ! भले ही इसे स्वीकारने में हिचकिचाहट महसूस हो, परन्तु यह जमीनी सच है कि आम आदमी पार्टी का अस्तित्व की धूरी हैं अरविंद केजरीवाल, इसके बाद के जितने आप के नेता हैं भले ही वे पंजाब सीएम भगवंत मान हो या आप के अन्य नेतागणों में आप के बिखराव को रोकने पाने का माद्दा नहीं रखते। केजरीवाल के बिना आम आदमी पार्टी पर गहराते संकट का सवाल वर्तमान में इसलिए लाजमी है क्योंकि केजरीवाल पर शराब घोटाले के अलावा सघन जांच चली तो केजरीवाल के संकट बढ़ सकते हैं, अब सबकुछ निर्भर है कि कानूनी दांवपेंच का उंट किस करवट बैठता है, यदि दौर लंबा चला तो उनके बिना आम आदमी पार्टी पर संकट के गहराने का सवाल लाख टके का सवाल साबित होगा।
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