रायपुर (News27) 30.07.2024 । छत्तीसगढ़ में एक बार फिर पांचवी-आठवीं बोर्ड परीक्षा प्रारंभ की जाएगी, इसके लिए सरकार जल्द ही मंजूरी दे सकती है। दरअसल शिक्षा का अधिकार अधिनियमए 2009 यानी आरटीई के लागू होने के बाद बोर्ड परीक्षा की व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया था। इस अधिनियम में प्रावधान था कि किसी भी परीक्षार्थी को पास या फेल नहीं कर सकते हैं। आठवीं तक बच्चों को किसी भी कक्षा में नहीं रोकना है। अगर बच्चे कमजोर हैं तो उनको रेमेडियल टीचिंग दी जानी थी, इस व्यवस्था से स्कूली शिक्षा पर प्रभाव पड़ा और अनुशासन की कमी नजर आने लगी। विपरीत असर पड़ने से बच्चों को ज्यादा नुकसान हुआ क्योंकि अनुशासनहीनता में बच्चे शिक्षा में कमजोर होने के बावजूद उत्तीर्ण हो रहे थे, विशेषज्ञों के अनुसार इस व्यवस्था से स्कूली शिक्षा में अनुशासित शिक्षा नहीं होने से इसका विपरीत असर पड़ा है। कुछ निजी और माडल स्कूलों में रेमेडियल टीचिंग, कमजोर बच्चों का शिक्षणद्ध होने से शिक्षा व्यवस्था ठीक है मगर ज्यादातर सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को नुकसान हुआ है
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